सुचित्रा सेन जी अपनी तरह की इकलौती एक्ट्रेस थी। सुचित्रा सेन के बारे में कहा जाता है कि वो बहुत ही स्वाभिमानी एक्ट्रेस थीं। 'आंधी', 'देवदास' जैसी कालजयी फ़िल्मों के लिए सुचित्रा सेन जी को हमेशा याद किया जाएगा ।
सुचित्रा सेन बड़े से बड़े फिल्मकारों के साथ काम करने का प्रस्ताव ठुकराती रहीं। सुचित्रा ने राज कपूर की एक फ़िल्म में काम करने का प्रस्ताव इसलिए ठुकरा दिया था क्योंकि राज कपूर द्वारा झुककर फूल देने का तरीका उन्हें पसंद नहीं आया था। महान दिग्गज फिल्मकार सत्यजित राय उन्हें लेकर 'देवी चौधुरानी' बनाना चाहते थे, लेकिन सुचित्रा द्वारा इनकार करने के बाद उन्होंने यह फ़िल्म बनाने का विचार ही त्याग दिया!
उत्तम कुमार और सुचित्रा सेन की जोड़ी एक जमाने में बांग्ला सिनेमा की सबसे लुभावनी जोड़ी थी।
साल 1953 से 1978 के बीच सुचित्रा ने हिंदी और बंगला कुल मिला कर 61 फ़िल्में की। इनमें से 20 से ज्यादा फ़िल्में ब्लॉकबस्टर रहीं तो वहीं एक दर्जन से ज्यादा फ़िल्में सुपर हिट..
उनके अंतिम संस्कार के दौरान वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्तिथि में उन्हें तोप की सलामी दी गयी थी। गौरतलब है कि तोप की सलामी देना अपने देश में एक सम्मान का प्रतीक है!
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