शकीला...!
बिते हुए जमाने की खुबसूरत अभीनेत्री. !
कई सदाबहार ओर मधुर फिल्मी गाने परदे पर शकीला पर फिल्माये गयें और मशहूर भी हुए...!.
याद किजिए फिल्म आरपार का वह मशहूर गाना बाबुजी धीरे चलना.. प्यार में जरा शंभलना.. !! गुरु दत्त की फिल्म आरपार 1954 के ईस गाने और फिल्म से ही शकीला को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में पहचान मिली थी. .
1 जनवरी 1935 के रोज इस खुबसूरत अभीनेत्री का जन्म हुआ था.
मेरी जानकारी के मुताबिक शकीला फिल्म दुनिया 1949 में सब से पहले फिल्म के परदे पर दिखाई दी.. . ईस फिल्म में सुरैया करण दिवान याकूब भी थे.. फिल्म के निदेशक थे एम. एफ. हुसैन..
फिल्म दास्तान 1950 में शकीला बाल कलाकार थी.. फिल्म के मुख्य कलाकार थे राज कपुर सुरैया और वीणा.. फिल्म के निदेशक ए. आर. कारदार थे.
इसके बाद शकीला गुमास्ता (1951.).. खुबसूरत राजरानी दमयंती.. सलोनी. सिंदबाद द सेलर (1952)जैसी फालतू फिल्मों में भी दिखाई दी.. फिल्म आगोश 1953 में नासिर खान और नूतन के साथ शकीला भी थी. सोहराब मोदी की फिल्म झांसी की रानी में भी शकीला दिखाई दी थी.
सन 1953 की ही एक ओर फिल्म अरमान के मुख्य कलाकार देव आनंद और मधुबाला थे.. शकीला भी साथ में थी.. इस फिल्म का तलत महेमुद का गाया हुआ वह मशहूर गाना भरम तेरी वफाओं का मीटा देते तो क्या होता.... आप को याद होगा.. !!
निदेशक जगदीश पंत की फिल्म मद मस्त 1953 में शकीला पहली बार हिरोइन बनी. . फिल्म के हिरो थे ए. ऐन. अंसारी..!! फिल्म में निरुपा रोय शशिकला और सप़ु भी थे.
फिल्म राज महल 1953 में शकीला के हिरो त्रिलोक कपुर थे.. फिल्म शहनशाह 1953 में शकीला के हिरो आगा थे..! फिल्म में कामिनी कौशल रंजन शशिकला के.एन.सिंग भी थे..
सन 1954 में आइ गुरु दत्त की फिल्म आरपार से शकीला को पहेचान मिली.इस फिल्म में शकीला के साथ शयामा गुरु दत्त और जोनी वाकर भी थे.. फिल्म हिट हुई थी.. बाबुजी धीरे चलना... गाना परदे पर शकीला पर फिल्माया गया था.
उसके बाद शकीला जाने अनजाने में स्टंट फिल्मों की हिरोइन बन गई..!
महिपाल के साथ अलीबाबा 40 चोर.. लालपरी. मस्त कलंदर रत्न मंजरी..हुश्न बानो..कारवां. मलिका..खूल जा सिलसिला. रूप कुमारी. अलादीन लैला. चमक चांदनी..मायानगरी.. नाग पदमिनी. अल हिलाल सिम सिम मर जीना..डोकटर जेड अबदुल्ला..बगदाद की रातें जैसी फिल्मों में काम किया.
.गुल बहार.. हल्ला गुल्ला.. खुशबू. . लैला.. नूर महल शाही चोर जैसी स्टंट फिल्मों के दौर में बीच में सन 1956 में राज खोखला दिग्दर्शीत फिल्म सी.आइ. डी. आई..
फिल्म सी.आई. डी.में शकीला के साथ देव आनंद वहिदा रहेमान और जोनी वाकर भी थे..
देव आनंद शकीला और शिला वाज पर फिल्माया गया गाना लेके पहेला पहेला प्यार.. और आंखों ही आंखों में ईशारा हो गया....कौन भुल शकता हे.. !
सन 1958 में शकीला और सुनिल दत्त की एक फिल्म आई थी.. पोस्ट बोक्ष नंबर ९९९..ईस फिल्म में हेमंत कुमार और लता मंगेशकर का गाया हुआ बेहद खुबसूरत गाना.. निंद न मुझको आये.. दिल मेरा गभराये.... शकीला और सुनिल दत्त पर फिल्माया गया था....!!!
सन 1960 में आई फिल्म श्रीमान सत्य वादी में शकीलाके हिरो राज कपुर थे.
सन 1962 की फिल्म नकली नवाब में शकीला के हिरो मनोज कुमार थे..
सन 1962 में शक्ति शामंत दिगदर्शित फिल्म चाईना टाउन में शकीला के हिरो शम्मीकपुर थे. याद किजिए.. मुंह फुलाए गुस्से में खडी शकीला को मनाने गिटार पकड़ कर डांस करते हुए शम्मीकपुर गाते हे... बार बार देखै.. हजार बार देखो के देखने की चीज हे हमारी दिलरुबा ताली हो.... !
1962 में ही आइ एक और फिल्म टावर हाउस में शकीला के हिरो अजीत थे..! ईस फिल्म में अजीत ने मुकेश की आवाज में शकीला के लिए गाया गाना में खुश नशीब हु मुझको किसी का प्यार मिला.. याद किजिए...!!!
सन 1963 की एक फिल्म कहीं प्यार ना हो जाये में शकीला के हिरो महेमुद थे! फिल्म मुलज़िम 1963 के हिरो प़दिप कुमार थे... इस फिल्म का मोहम्मद रफी का गाया हुआ एक मधुर गीत दिवाना कहे के आज मुझे फिर पुकारिये हाज़िर हु कोई तिरे नजर दिल पे मारीये.. आप सब को याद होगा...!!
शकीला की हिरोइन के तौर पर आखिरी फिल्म उस्तादों के उस्ताद 1964 थी फिल्म के हिरो प़दिप कुमार थे... ईस फिल्म का महंमद रफी का गाया हुआ गाना सौ बार जनम लेंगे.. ए जाने वफ़ा फिर भी हम तुम ना जुदा होंगें... बहुत ही मशहूर गाना हे..
सुना हे सन 1989 में आइ एक फिल्म हम ईंतजार करेंगे में भी शकीला दिखाई दी थी.. कया इसकी कोई पुष्टि मिल शकती हे...??!!
शकीला टिपिकल मुस्लिम चहरे वाली खुबसूरत अभीनेत्री थी. शकीला का चहरा रुआबदार और तीखे नाक नकशे वाला था. सति या सीता के रोल में नहीं चल शकता था...! शकीला का चहरा कातिलाना था.. मुजे शकीला की खुबसूरत नाक बहुत ही पसंद थी ( यह पसंद मेरी परसनल हे !! )
शकीला ने 72 फिल्मों में काम किया हे..
शकीला ने कोई जोनी बारबर से शादी की थी और सन 1963 में ही फिल्मों को अलविदा कहे कर पति के साथ युनाइटेड किंगडम चली गई थी.. शकीला को मीनाज नाम की एक बेटी भी थी.. शकीला बाद में ब्रिटेन से वापस भारत लौटी थी और बंबई में मरिन डा़ईव पर रहेती थी.. सन 1991 में उनकी बेटी मीनाज ने आत्महत्या कर ली थी.. बाद में शकीला बांद्रा में रहेती थी..
रिश्ते में शकीला फिल्म कोमेडियन जोनी वाकर की साली लगती थी. जोनी वाकर की बीवी नूरजहाँ यानि नूर ने गुरु दत्त की एक फिल्म आरपार 1954 में मुहोब्बत करलो जी भरलो अजी किसने देखा हे.... गाना परदे पर जोनी वाकर के साथ गाया था.. शकीला की एक और भी बहेन हे जिसका नाम याद नहीं आ रहा..!
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